5 SIMPLE TECHNIQUES FOR BAGLAMUKHI SHABAR MANTRA

5 Simple Techniques For baglamukhi shabar mantra

5 Simple Techniques For baglamukhi shabar mantra

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अपने गुरु से आज्ञा लेकर दंड विधान को प्रारम्भ कर दें, शीघ्र ही दुष्ट के किए हुए कर्मों की सजा माँ स्वयं दे देती है। मै एक ऐसे व्यक्ति को जानता हूँ, जिसका पूरा जीवन ही संघर्ष में निकल गया फिर भी वह परेशान था जब किसी भी मंत्र के प्रयोग से सफलता न मिल पा रही हो, तब ग्रामीण आंचल में प्रचलित माँ पीताम्बरा के शाबर मंत्र का प्रयोग करें- सुखद परिणाम मिलता है।

Then by maintaining ‘Dakshina’ or some items inside the hand from the Lady, seek her blessings and chant this mantra a person hundred and eight moments within the evening and pray again to punish the enemy.

Worshipping Ma Baglamukhi is a particular approach to subdue and defeat your adversaries. The mantras, having said that, can only create negative results If they're utilized with wicked intentions.

अर्थ - बगलामुखी बीज ध्वनियों का प्रयोग मंत्र में किया गया है। इसमें शत्रुओं की विषैली जीभ, पैर और बुद्धि को स्थिर करके उन्हें शक्तिहीन करने के लिए देवी की पूजा की जाती है। एक बार उनकी गतिविधियों में बाधा डालने के बाद वे कभी भी आपके खिलाफ कुछ नहीं कर पाएंगे।

“ૐ ह्रीं बगलामुखी सर्वं ध्रुवं वाचं मुखं पदं स्तम्भया जीवाहं किलोक् किलोक बनसाय ह्रीं ॐ स्वाहा”

Just about the most necessary benefits of this mantra is usually that it offers comfort from unhappiness and mental ailments. When you go on to say this mantra, you'll notice that your coronary heart's difficulties are significantly lightened, and you will come to feel gentle, cozy, and secure.



ॐ सौ सौ सुता समुन्दर टापू, टापू में थापा, सिंहासन पीला, सिंहासन पीले ऊपर कौन बैसे? सिंहासन पीला ऊपर बगलामुखी बैसे। बगलामुखी के कौन संगी, कौन साथी? कच्ची बच्ची काक कुतिआ स्वान चिड़िया। ॐ बगला बाला हाथ मुदगर मार, शत्रु-हृदय पर स्वार, तिसकी जिह्ना खिच्चै। बगलामुखी मरणी-करणी, उच्चाटन धरणी , अनन्त कोटि सिद्धों ने मानी। ॐ बगलामुखीरमे ब्रह्माणी भण्डे, चन्द्रसूर फिरे खण्डे-खण्डे, बाला बगलामुखी नमो नमस्कार।

ॐ ह्रीं क्लीं क्लीं चमुण्डायै विच्चे। ज्वालामालिनी आद्यायै नमः॥

इन दो बगला-शाबर मन्त्रों के अतिरिक्त भी एक अन्य शाबर मंत्र गुरु-प्रसाद स्वरूप हमें प्राप्त हुआ था, जिसका उल्लेख मैं यहाँ कर रहा हूं। इस मन्त्र का विधान यह है कि सर्वप्रथम भगवती का पूजन करके इस मन्त्र का दस हजार की संख्या में जप करने हेतु संकल्पित होना चाहिए। तदोपरान्त एक निश्चित अवधि में जप पूर्ण करके एक हजार की संख्या में इसका हवन ‘मालकांगनी’ से करना चाहिए। तदोपरान्त तर्पण, मार्जन व ब्राह्मण भोजन कराना चाहिए। तर्पण गुड़ोदक से करें। इस प्रकार इस मन्त्र का अनुष्ठान पूर्ण होता है। फिर नित्य-प्रति एक माला इस मन्त्र की जपते रहना चाहिए। इस मन्त्र का प्रभाव भी अचूक है अतः निश्चित रूप से साधक के प्रत्येक अभीष्ट की पूर्ति होती है। मन्त्र इस प्रकार है

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Now imagine the Goddess and pray for the achievements with the sadhana. Now whilst pouring drinking water little by little on her feet, come to feel within your head, “I'm cleaning the Goddess' feet.

They can develop powerless when trying to act against you as well as their vicious plots will flip futile and ineffective. • Students get superior marks and acquire a concentrated brain to concentrate on the scientific tests far better. • The devotee triumphs over lawsuits and succeeds in quarrels and competitions. • If you will discover fluctuations in your lifetime, this mantra may also help stability the beneficial and unfavorable features and establish harmony in home and lifetime.

फिर कन्या के हाथ में यथा शक्ति दक्षिणा रख कर उससे आशीर्वाद लेकर रात्रि में इस more info मंत्र का एक सौ आठ बार जप कर पुनः शत्रु को दंड देने हेतु प्रार्थना कर दे। सात दिन लगातार इस प्रयोग से माँ पीताम्बरा शत्रु को मृत्यु तुल्य दंड देती है, जैसा मैंने देखा है। प्राण प्रतिष्ठित बगलामुखी यन्त्र को सामने रखें और हल्दी माला से इस बगलामुखी का जप करें

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